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पहिली ते दहावी संपूर्ण अभ्यास

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कक्षा छटी लेबल असलेली पोस्ट दाखवित आहे. सर्व पोस्ट्‍स दर्शवा
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बुधवार, २३ सप्टेंबर, २०२०

रविवार, ९ ऑगस्ट, २०२०

ऑगस्ट ०९, २०२०

कक्षा छटी, हिंदी,९.सोई मेरी छौना रे !

          ९.सोई मेरी छौना रे !


१. प्रश्न एवं उत्तर 
प्रश्न १. कोष्ठक में से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति करो : [ दुनिया, रेशम, मनाऊँ, दिठौना] 
(१) झूला झूले सोने का, झूले...... की डोरी। 
(२) मेरा दिठ ........रे! सोई मेरी छौना रे !
 (३) जागे, खेले, रूठे तू, हँस-हँस तुझे........मैं ।
 (४) खिलौनों की........ की सैर तुझे करवाऊँ । 
उत्तर: (१) झूला झूले सोने का, झूले रेशम की डोरी।
 (२) मेरा दीठ दिठौना रे ! सोई मेरी छौना रे ! मैं। मैं।
 (३) जागे, खेले, रूठे तू, हँस-हँस तुझे मनाऊँ मैं । 
(४) खिलौनों की दुनिया की सैर तुझे करवाऊँ मैं।

प्रश्न २. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखो :
(१) झूला किससे बना है?
उत्तर : झूला सोने से बना है
(२) झूले में किसकी डोरियाँ लगी हैं?
 उत्तर : झूले में रेशम की डोरियाँ लगी हैं। (३) कौन नाच रही है?
उत्तर : चांदनी नाच रही है।
(४) कैसे फूल खिले हैं? उत्तर : चाँदी के फूल खिले हैं।

प्रश्न ३. निम्नलिखित शब्दों को अपने वाक्यों में प्रयोग करो :
(१) झूला -बच्चों को झूला झूलना बहुत अच्छा लगता है।
(२) रेशम -आन्या के बाल रेशम जैसे हैं। मुलायम
 (३) परी -कल मैंने सपने में एक परी देखी। (४) चाँद - पूर्णिमा को चाँद की सुंदरता कई गुना बढ़ जाती है।
 (५) फूल - फूल रंग-बिरंगे होते हैं।

ऑगस्ट ०९, २०२०

कक्षा छटी, हिंदी,८. जन्मदिन

                ८. जन्मदिन

जन्मदिन

प्रश्न १. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखो :
 (१) बबलू की बुरी आदत क्या थी? 
उत्तर : बबलू पानी का नल, बिजली का बल्ब, कूलर, पंखा आदि अकसर खुला छोड़ देता था।

 (२) जन्मदिन किसका था? 
उत्तर : जन्मदिन शीला मौसी की बेटी पूजा का था।

 (३) मौसी के घर क्या देखकर बबलू को आश्चर्य हुआ?
उत्तर : मौसी के घर पसरा सन्नाटा देखकर हुआ? बबलू को आश्चर्य हुआ।

 (४) शीला मौसी ने बिजली की कटौती, पानी की कमी आदि का नाटक क्यों किया? 
उत्तर : शीला मौसी ने बबलू को सबक सिखाने के लिए बिजली की कटौती, पानी की कमी आदि का किया।



 २- प्रश्न एवं उत्तर प्रश्न
१. कोष्ठक में से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति करो : [ टोंटी, आग, झालर, भंडार, रोशनी] 
 उत्तर : (१) सूरज आग बरसाने लगा। 
(२) बबलू नल की टोंटी अकसर खुली छोड़ देता।
 (३) मौसी के घर गुब्बारे और रंगीन झालर सजे हुए थे। 
(४) बिजली और पानी का भंडार सीमित है। 
(५) कमरा बिजली की रोशनी से जगमगा उठा।

प्रश्न ३. कथन के सामने सही√ और गलत × का चिह्न लगाओ : 
(१) बबलू को बाथरूम में घुसे दो घंटे हो गए थे।  ×
(२) मौसी ने सबको खाने पर बुलाया था। √ 
(३) प्यास से बबलू का गला सूखा जा रहा था। √
 (४) बिजली आने पर सभी बच्चे खुशी से नाचने लगे। ×
 (५) पानी और बिजली अनमोल हैं। √


प्रश्न ४. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में लिखो : 
(१) बबलू की आदत से कौन परेशान थे ? उत्तर : बबलू की आदत से माता-पिता दोनों परेशान थे। स्कूल के शिक्षक और सभी कर्मचारी भी परेशान थे। 

(२) शीला मौसी ने बिजली की कटौती का क्या कारण बताया? 
उत्तर : शीला मौसी ने कहा, गरमी बढ़ जाने से बाहर तमाम जगहों पर बिजली का भार बढ़ गया है। इसलिए कंपनी ने अपने यहाँ आज से बिजली कटौती शुरू कर दी है। आज कॉलोनी के इस ब्लॉक में कटौती हुई है। फिर बारी-बारी से दूसरे ब्लॉकों में कटौती करेंगे। 

(३) प्यास के कारण बबलू की स्थिति कैसी हो गई थी?
 उत्तर : प्यास के कारण बबलू का बहुत बुरा हाल था। आधा गिलास पानी वह एक ही घूँट में पी गया। दो-चार कौर खाते ही उसकी प्यास और भड़क उठी। वह प्यास से बेचैन हो उठा और पानी-पानी चिल्लाने लगा। 

(४) बबलू ने किस बात को कभी नहीं जाना? 
उत्तर : बबलू ने इस बात को कभी नहीं जाना कि पानी, बिजली आदि ऊर्जा का भंडार सीमित है। हमें इसका उपयोग सोच-समझकर करना चाहिए।

ऑगस्ट ०९, २०२०

कक्षा छटी, हिंदी,७.नदी कंधे पर

            ७.नदी कंधे पर


कविता का सरल अर्थ
यदि हमारा वश चलता तो हम नदी को उठाकर घर ले आते और रोज अपने घर के सामने उसे बहाते। हम अपने मित्रों के साथ नदी में खूब उछलते-कूदते और देर तक नहाते। हम कभी नदी में देर तक तैरते, कभी डुबकियाँ लगाते, कभी पानी की सतह पर आ जाते । खूब मस्ती करते, गाने गाते। अपने सभी परिचितों को आमंत्रित करते और करवाते कि नदी मेरे घर के पास आ गई है, सब लोग नहाने चलो। जितने भी लोग हमारे बुलाने पर आते, हम सभी सज्जनों का नदी से परिचय करवाते। जब कभी हमारे मन में नदी को पार करने का विचार आता, तो हम तुरंत नदी पार कर लेते। तब हम नदी के दूसरी ओर खड़े होकर जोर-जोर से माँ को आवाज लगाते, खूब चिल्लाते। जब शाम रात में बदलने लगती, तब हम मित्रों की सहायता से नदी को अपने कंधे पर रखवाते और वहीं ले जाकर उसे रख आते, जहाँ से लाए थे।


प्रश्न १. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखो :
 (१) कवि की क्या कल्पना है?
उत्तर : कवि की कल्पना है कि यदि हमारे वश में होता, तो नदी को उठाकर हम अपने घर ले आते।

(२) कवि नदी को कहाँ बहाते ?
 उत्तर : कवि नदी को अपने घर के सामने बहाते।

(३) नदी के पार खड़े होकर कवि क्या करते?
उत्तर : नदी के पार खड़े होकर कवि मम्मी-मम्मी चिल्लाई।

(४) शाम ढलने पर कवि क्या करते?
उत्तर : शाम ढलने पर कवि नदी को अपने कंधे पर रखवाते। जहाँ से उसे उठाकर लाए थे, वहीं ले जाकर रख आते।

अर्थ के आधार पर वाक्यों के प्रकार अर्थ के आधार पर वाक्यों के कई प्रकार होते हैं। यहाँ इसी प्रकार के कुछ वाक्यों के बारे में जानकारी दी जा रही है
 (१) सूचनात्मक वाक्य : जिन वाक्यों में कोई सूचना दी हुई होती है, उन्हें सूचनात्मक वाक्य कहते हैं। जैसे- गांधी जयंती के उपलक्ष्य में २ अक्टूबर को विद्यालय बंद रहेगा।

(२) निर्देश वाक्य : जिस वाक्य में किसी को कोई निर्देश दिया जाता है, उसे निर्देश वाक्य कहते हैं। जैसे- रोज सुबह बगीचे में टहला करो।

 (३) आदेशात्मक वाक्य : जिन वाक्यों में कोई काम करने का आदेश दिया जाता है, उन्हें आदेशात्मक वाक्य कहते हैं। जैसे- रामू, अभी बाजार जाओ।

 (४) अनुरोध वाक्य : जिन वाक्यों में कोई अनुरोध किया जाता है, उन्हें अनुरोध वाक्य कहते हैं। जैसे-क्या हमारे आवेदन-पत्र पर ध्यान दें।

(५) विनती वाक्य : जिन वाक्यों में किसी से कोई विनती की जाती है, उन वाक्यों को विनती भरा वाक्य कहते हैं। जैसे- महोदय, मेरा शिक्षा-शुल्क माफ करने की कृपा करें।
ऑगस्ट ०९, २०२०

कक्षा छटी, हिंदी,६.मेरा अहोभाग्य

            ६.मेरा अहोभाग्य


१. प्रश्न एवं उत्तर प्रश्न 
१. कोष्ठक में से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति करो [ बेसब्री, विस्तृत, बांग्ला, गुरुदेव ] 
(१) शांति निकेतन में हमारे कमरे के बाहर एक....... बरामदा था। 
(२) हम........ से गुरुदेव से मिलने का इंतजार करने लगे।
 (३) हम सबको .........से परिचित कराया गया।
 (४) गुरुदेव ने जब लिखना शुरू किया, तब .......भाषा में ऐसी कोई चीज नहीं थी।

 उत्तर : (१) शांति निकेतन में हमारे कमरे के बाहर एक विस्तृत बरामदा था। 
(२) हम बेसब्री से गुरुदेव से मिलने का इंतजार करने लगे। 
(३) हम सब को गुरुदेव से परिचित कराया गया। 
(४) गुरुदेव ने जब लिखना शुरू किया, तब बांग्ला भाषा में ऐसी कोई चीज नहीं थी। 

प्रश्न २. कथन के सामने सही√ और गलत× ४का चिह्न लगाओ : 
(१) गुरुदेव की प्रारंभिक कहानियाँ ग्रामीण जीवन की हैं। √
(२) शांति निकेतन का अतिथि भवन बकुल वृक्षों के बीच बना था। ×
(३) काबुलीवाला गुरुदेव के घर आता था। √
(४) गुरुदेव ने लेखकों के दल से चालीस मिनट तक बातें की। √
(५) 'गीतांजलि' को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला था।×

प्रश्न ३. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखो :
 (१) साहित्यिक कार्यक्रम कहाँ होने वाला था?
उत्तर : साहित्यिक कार्यक्रम शांति निकेतन में होने वाला था।
(२) गुरुदेव की कहानियों में कौन-सी मनोवृत्ति के दर्शन होते हैं?
उत्तर : गुरुदेव की कहानियों में ग्रामीण जनता की मनोवृत्ति के दर्शन होते हैं।
 (३) संस्मरण में किस कहानी का उल्लेख किया गया है?
उत्तर : संस्मरण में 'काबुलीवाला' कहानी का उल्लेख किया गया है।
(४) लेखक आनंद विभोर क्यों हुए?
उत्तर : लेखक ने जब यह जाना कि जिस कमरे में उन्हें ठहराया गया है, वहीं बैठकर गुरुदेव ने अपनी 'गीतांजलि' का अधिकांश भाग लिखा था, तो वे आनंद विभोर हो गए।
(५) कार्यक्रम की अध्यक्षता कौन करने वाला था?
उत्तर : कार्यक्रम की अध्यक्षता गुरुदेव रवींद्रनाथ करने वाले थे।

मुक्तोत्तरी प्रश्न
जरा सोचो...बताओ :

यदि मैं पुस्तक होता/होती, तो... 

यदि मैं पुस्तक होता/होती, तो मुझे बड़ी प्रसन्नता होती। पुस्तकें ज्ञान का भंडार तो होती ही हैं, साथ ही मनोरंजन का साधन भी होती हैं। छोटे बच्चे रंग-बिरंगी, आकर्षक, कार्टून पुस्तक देखकर मुझे लेने के लिए मचलते तो मैं भी उनके छोटे-छोटे, कोमल फूल जैसे हाथों में जाने के लिए लालायित हो उठती। मनपसंद पुस्तक पाने पर बच्चों को जो खुशी होती, उससे मैं भी प्रसन्न हो जाती। वे बार-बार मुझे पढ़ते, फिर इधर-उधर डाल देते। मैं चाहती कि वे मुझे सँभालना सीखें। विद्वानों के घर में, धर्मप्रिय लोगों के घर में मुझे बहुत संभालकर रखा जाता। पुस्तकालयों में मेरी संख्या भी बहुत अधिक होती और पढ़ने वाले भी। मैं चाहती कि छोटे-बड़े सभी मुझे पढ़कर अच्छी बातें सीखें।

शनिवार, ८ ऑगस्ट, २०२०

ऑगस्ट ०८, २०२०

कक्षा छटी, हिंदी,५.चलो आयु बताना सीखो

      ५.चलो आयु बताना सीखो


: पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ १३ पर दिए गए चित्र में दस अंतर हैं। इन्हें खोजकर इनकी सूची बनाओ।
चित्र (१)
(१) माँग का टीका छोटा है।
(२) ठुड्डी पर तिल नहीं है।
३) साड़ी गुलाबी है।
 (४) साड़ी का पल्लू लाल है।
 (५) ब्लाउज हरा है।
 (६) ब्लाउज का बॉर्डर पीला है।
 (७) साड़ी में सामने चार स्टार बने हैं।
 (८) साड़ी के बॉर्डर में सामने नौ फूल हैं। (९) दाएँ हाथ पर बने फूल में चार पत्तियाँ हैं।
(१०) बाएँ हाथ पर बने फूल में तीन पत्तियाँ हैं।

चित्र (२)
 (१) माँग का टीका बड़ा है।
(२) ठुड्डी पर तिल है।
 (३) साड़ी हरी है।
(४) साड़ी का पल्लू बैगनी है।
 (५) ब्लाउज गुलाबी है।
 (६) ब्लाउज का बॉर्डर बैगनी है।
 (७) साड़ी में सामने पाँच स्टार बने हैं।
 (८) साड़ी के बॉर्डर में सामने दस फूल हैं। (९) दाएँ हाथ पर बने फूल में पाँच पत्तियाँ हैं।
 (१०) बाएँ हाथ पर बने फूल में पाँच पत्तियाँ हैं।